भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ सालों में कई योजनाएँ और नीतियाँ बनाई हैं। इन नीतियों का असर अब साफ दिखाई दे रहा है क्योंकि EV की बिक्री तेज़ी से बढ़ रही है।
🔋 FAME II योजना
- सरकार की FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) योजना EV सेक्टर की रीढ़ मानी जाती है।
- इसके तहत टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर, ई-बस और इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी दी जाती है।
- 2025 तक लाखों उपभोक्ता इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।
🛣️ राज्य सरकारों की EV नीतियाँ
- दिल्ली – EV पर रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस माफ की गई है।
- महाराष्ट्र – EV खरीद पर सीधी सब्सिडी और चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए प्रोत्साहन।
- गुजरात – EV उपयोगकर्ताओं को ₹20,000 तक की सब्सिडी टू-व्हीलर पर और ₹1.5 लाख तक की सब्सिडी कार पर।
- तमिलनाडु – EV मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के लिए निवेश आकर्षित कर रहा है।
💰 टैक्स छूट और इंसेंटिव
- EV खरीद पर GST सिर्फ 5% है, जबकि पेट्रोल-डीज़ल गाड़ियों पर यह 28% तक है।
- EV लोन पर ब्याज की छूट मिलती है, जिससे फाइनेंस करना आसान हो गया है।
- EV कंपनियों को बैटरी मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च के लिए सरकार से विशेष प्रोत्साहन मिल रहा है।
🌍 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का कदम
- सरकार 2030 तक 30% EV अपनाने का लक्ष्य रखती है।
- बैटरी रिसाइक्लिंग, ग्रीन एनर्जी और चार्जिंग नेटवर्क पर ज़ोर दिया जा रहा है।
- “मेक इन इंडिया” मिशन के तहत घरेलू उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है।
🚗 क्यों ज़रूरी हैं ये नीतियाँ?
- पेट्रोल-डीज़ल पर निर्भरता कम करने के लिए।
- प्रदूषण घटाने और पर्यावरण बचाने के लिए।
- आयातित तेल पर खर्च कम करके देश की अर्थव्यवस्था मज़बूत करने के लिए।
- EV मैन्युफैक्चरिंग से नए रोज़गार के अवसर बनाने के लिए।
✅ निष्कर्ष
भारत सरकार की EV नीतियों ने इलेक्ट्रिक वाहनों को आम लोगों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। सब्सिडी, टैक्स छूट और राज्य सरकारों के सहयोग से EV अब पहले से कहीं ज़्यादा किफायती और सुलभ हो गए हैं। आने वाले सालों में ये नीतियाँ भारत को दुनिया का सबसे बड़ा EV बाज़ार बनाने में मदद करेंगी।
FAQ:
Q1. FAME-II स्कीम क्या है?
👉 यह भारत सरकार की स्कीम है जिसमें EV खरीदी पर सब्सिडी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए मदद दी जाती है।
Q2. क्या राज्य सरकारें भी EV के लिए सब्सिडी देती हैं?
👉 हाँ, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात जैसे कई राज्यों में अतिरिक्त सब्सिडी और टैक्स छूट दी जाती है।