EV बैटरी तकनीक: भविष्य की सवारी

EV बैटरी तकनीक: भविष्य की सवारी

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की असली ताकत उनकी बैटरी होती है। आज की लिथियम-आयन बैटरियाँ EV को औसतन 250–400 किमी तक चलाती हैं, लेकिन भविष्य और भी रोमांचक है।

1. नई बैटरी टेक्नोलॉजी

  • सॉलिड-स्टेट बैटरियाँ: तेज चार्जिंग और लंबी उम्र।
  • लिथियम-सल्फर बैटरियाँ: कम कीमत और अधिक क्षमता।
  • रीसायकलिंग टेक्नोलॉजी: पुरानी बैटरियों का पुन: उपयोग।

2. भारत में बदलाव

भारत में कई कंपनियाँ, जैसे टाटा और ओला इलेक्ट्रिक, बैटरी रिसर्च में निवेश कर रही हैं। सरकार भी बैटरी मैन्युफैक्चरिंग के लिए PLI स्कीम लेकर आई है।

3. ग्राहकों के फायदे

  • एक बार चार्ज = लंबी दूरी
  • EV की कीमत में कमी
  • ज्यादा भरोसेमंद गाड़ियाँ

👉 आने वाले समय में बैटरी EV की लोकप्रियता का सबसे बड़ा आधार बनेगी।


EV Battery & Technology FAQ:

Q1. EV में सबसे ज्यादा कौन-सी बैटरी का इस्तेमाल होता है?
👉 वर्तमान में लिथियम-आयन बैटरी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।

Q2. भविष्य की EV बैटरी तकनीक कौन सी होगी?
👉 सॉलिड-स्टेट बैटरी और हाइड्रोजन फ्यूल सेल तकनीक EV का भविष्य मानी जा रही है।


🏛️ भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (2025)
🏛️ भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (2025)

Leave a comment